Best Investment Options in India for 2024
Best Investment Options in India for 2024
आप पैसा तो बहुत कमाते हैं लेकिन अगर अपनी मेहनत की कमाई को बैंक में रख रहे हैं तो यह सबसे बड़ी गलती हो सकती है क्योंकि अगर अपना पैसा नहीं बढ़ाएंगे तो भविष्य में कई वित्तीय समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। इसलिए पैसे को सही जगह निवेश करके अपनी आय को बढ़ाते रहना चाहिए।
आइए इसे एक उदाहरण से समझते हैं, जैसे आज आपने बैंक में ₹100000 जमा किए हैं और बैंक में ब्याज केवल 3% से 4% है, तो 5 साल बाद पैसा बढ़कर केवल ₹115000 से 120000 हो जाएगा जबकि भारत में मुद्रास्फीति (Inflation) दर 5 से 6% है, इस प्रकार जो वस्तु आज ₹100000 में मिल रही है उसके लिए 5 साल बाद ₹130000 से अधिक कीमत चुकानी पड़ सकती है।
अब आप समझ गए होंगे कि क्यों हमें पूरी जमा पूंजी बैंक में नहीं रखनी चाहिए बल्कि पैसे को किसी ऐसी जगह निवेश करना चाहिए जहां हमें महंगाई दर से ज्यादा ब्याज मिले। तो इस आर्टिकल में हम आपको 2024 की सबसे बेहतरीन तरीके बताने जा रहे हैं जिनसे अपना पैसा कई गुना बढ़ा सकते हैं।
Equities and Stock Market – Best Investment Options
शेयर बाजार में निवेश करना एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है, लेकिन शेयर में निवेश करने के लिए बाजार की अच्छी खासी जानकारी होनी चाहिए नहीं तो नुकसान भी उठाना पड़ सकता है शेयर बाजार जोखिम भरा होता है और यदि बिना जानकारी के इसमें निवेश करते हैं तो पैसा डूब भी सकता है, इसलिए अगर आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो किसी विशेषज्ञ से सलाह ले सकते हैं. अपनी आय का कुछ प्रतिशत हिस्सा निवेश कर सकते हैं या फिर खुद ही सीखकर थोड़ा-थोड़ा करके निवेश करना शुरू कर सकते हैं, जिससे बाजार की समझ भी रहेगी और आप अच्छा मुनाफा भी कमा पाएंगे।
भारत में शेयर बाजार में निवेश करने पर अधिक रिटर्न मिलने की संभावना है क्योंकि भारत एक मजबूत अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है और साथ ही भारत एक विकासशील देश है जहां कंपनियों के लिए कई अवसर हैं। अपना पैसा किसी एक शेयर में निवेश करने के बजाय अलग-अलग के शेयरों में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं जिससे अच्छा रिटर्न मिलेगा और जोखिम भी कम हो जाएगा। निम्नलिखित श्रेणियों के शेयरों में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं:
Blue-Chip Stocks: मजबूत वित्तीय ट्रैक रिकॉर्ड और स्थिर आय वाली कंपनियां।
ग्रोथ स्टॉक्स (Growth Stocks:): प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और फार्मास्यूटिकल्स जैसे उच्च विकास वाले क्षेत्रों में स्टार्टअप या कंपनियां।
ईटीएफ और इंडेक्स फंड (ETFs and Index Funds:): ये शेयरों की एक विस्तृत श्रृंखला में निवेश की पेशकश करते हैं और व्यक्तिगत स्टॉक चुनने की तुलना में कम जोखिम भरे होते हैं।
म्युचुअल फंड (Mutual Funds) – Best Investment Options
म्यूचुअल फंड पेशेवरों द्वारा प्रबंधित विविध पोर्टफोलियो में निवेश करने का एक शानदार तरीका है। अगर आपको बाजार की अच्छी समझ नहीं है, फिर भी शेयर बाजार में निवेश करना चाहते हैं तो शुरुआत में म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं।
यह एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें Risk उतना नहीं है क्योंकि इसे professionals द्वारा मैनेज किया जाता है और वे आपके पैसे को ऐसी कंपनी में निवेश करते हैं जो भविष्य में अच्छा रिटर्न दे सकती है। अपने म्युचुअल फंड के पोर्टफोलियो को नीचे दिए गए फंड्स में विभाजित कर सकते हैं
इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds): स्टॉक मार्केट एक्सपोज़र के माध्यम से उच्च रिटर्न के लिए।
डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Funds): कम जोखिम और स्थिर रिटर्न के लिए, रूढ़िवादी निवेशकों के लिए आदर्श।
हाइब्रिड फंड (Hybrid Funds): जोखिम और रिटर्न को संतुलित करने के लिए इक्विटी और ऋण का संयोजन।
रियल एस्टेट (Real Estate) – Best Investment Options
बाजार में उतार-चढ़ाव के बावजूद, रियल एस्टेट भारत में एक ठोस निवेश विकल्प बना हुआ है। हम भारतीय अपने पैसे को जोखिम में नहीं डालते हैं और ऐसे विकल्प की तलाश में रहते हैं जिसमें हमारा पैसा भी न डूबे और हमें भविष्य में अच्छा रिटर्न मिले। इसके लिए रियल एस्टेट एक अच्छा निवेश हो सकता है क्योंकि यहां जोखिम की संभावनाएं रहती हैं। बहुत कम और बाज़ार ज्ञान की आवश्यकता नहीं है
रियल एस्टेट में लंबी अवधि के लिए ही निवेश करना चाहिए, तभी अच्छा रिटर्न मिल सकता है और थोड़ी सी समझदारी के साथ अगर प्लॉट, जमीन या कोई आवासीय संपत्ति खरीदना चाहते हैं तो आपको 10 या 15 के बाद अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है, इसलिए नीचे दिए गए विकल्पों में अपनी सुविधा और उपलब्धता के अनुसार निवेश कर सकते हैं।
आवासीय संपत्तियाँ (Residential Properties): विशेषकर उभरते शहरी क्षेत्रों में जहाँ माँग बढ़ रही है।
वाणिज्यिक रियल एस्टेट (Commercial Real Estate): बढ़ते शहरों में कार्यालय स्थान और खुदरा संपत्तियां।
आरईआईटी रियल एस्टेट निवेश ट्रस्ट REITs (Real Estate Investment Trusts): आपको तरलता और विविधीकरण प्रदान करते हुए, भौतिक संपत्ति के स्वामित्व के बिना रियल एस्टेट में निवेश करने की अनुमति देता है।
Gold and Precious Metals – Best Investment Options
सोना एक समय-परीक्षित निवेश है। भारत में अगर सबसे ज्यादा लोकप्रिय और विश्वसनीय निवेश का विकल्प है तो वह है सोना, लोग सोने की खरीदारी अपने आभूषणों के लिए भी करते हैं और साथ में उनका पैसा एक अच्छी जगह पर निवेश भी हो जाता है जिससे उन्हें भविष्य में अगर कभी पैसों की जरूरत पड़ती है तो वह उस सोने से गोल्ड लोन लेकर या उसे बेंच कर अपनी जरूरत को पूरा कर सकते हैं. सोने के अलावा आप बहुत सी अन्य कीमती धातुओं में भी निवेश कर सकते हैं जैसे की प्लैटिनम और चांदी
इमरजेंसी फंड के अलावा कुछ पैसा गोल्ड में भी निवेश करना चाहिए क्योंकि यदि लंबी अवधि के लिए रखते हैं तो 8 से 10% का रिटर्न मिल सकता है, सोने को फिजिकल या डिजिटल दोनों तरीके से खरीद सकते हैं तो नीचे दिए गए विकल्पों में से किसी भी विकल्प को सुन सकते हैं और सोना में निवेश कर सकते हैं.
भौतिक सोना (Physical Gold): बार, सिक्के, या आभूषण, हालांकि भंडारण और सुरक्षा पर विचार करना आवश्यक है।
गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs): स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार किया जाता है, जो तरलता और आसान पहुंच प्रदान करता है।
सॉवरेन गोल्ड बांड (Sovereign Gold Bonds): सरकार द्वारा जारी किया जाता है, जो पूंजी प्रशंसा के साथ-साथ ब्याज भी प्रदान करता है।
Fixed Deposits (FDs) and Recurring Deposits (RDs) – Best Investment Options
उन लोगों के लिए जो अपने पैसे को बहुत अधिक जोखिम में नहीं डालना चाहते हैं और ऐसे विकल्प में निवेश करना चाहते हैं जो गारंटीड रिटर्न देता है, फिक्स्ड डिपॉजिट या आवर्ती जमा एक अच्छा विकल्प हो सकता है क्योंकि इसमें बैंक जमा राशि पर एक निश्चित दर पर ब्याज देता है।
यदि आप बैंक में FD करना चाहते हैं तो एक lumpsum amount बैंक में FD के रूप में जमा करनी पड़ेगी जिस पर बैंक आपको ब्याज देगा.
FD के अलावा एक और विकल्प है जिसमें एक निश्चित अवधि के लिए हर महीने एक निश्चित राशि जमा करनी होती है। इसे आवर्ती जमा (Recurring Deposits) के रूप में जाना जाता है। यह एफडी की तरह ब्याज देता है लेकिन कि इसमें lumpsum निवेश न करके हर महीने कुछ पैसे जमा करने होते हैं जिस पर बैंक आपको ब्याज देता है।
ब्याज दर की बात करें तो छोटी अवधि के लिए ब्याज दर 4% से 6.5% तक है और अगर लंबी अवधि के लिए एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो आपको 7.2% तक ब्याज मिल सकता है और अगर आप वरिष्ठ नागरिक हैं तो 7.5 फीसदी तक ब्याज मिल सकता है.
FD या RD नीचे दिए गए कुछ पैरामीटर की वजह से एक अच्छा निवेश का विकल्प है:
गारंटीशुदा रिटर्न (Guaranteed Returns): कार्यकाल के आधार पर अलग-अलग ब्याज दरों के साथ।
सुरक्षा (Safety): एक निश्चित सीमा तक सरकार की बीमा योजनाओं द्वारा समर्थित।
लचीलापन (Flexibility): आवर्ती जमा अनुशासित दृष्टिकोण के साथ नियमित निवेश की अनुमति देता है।
Public Provident Fund (PPF)
पीपीएफ आकर्षक ब्याज दरों और कर लाभ के साथ एक दीर्घकालिक बचत योजना है। पीएफ, एफडी, आरडी के अलावा एक और विकल्प है जिसमें आपको एक निश्चित ब्याज दर पर ब्याज मिलता है और पैसा भी सुरक्षित रहता है। साथ ही, जब भी अपना पैसा निकालते हैं तो पीएफ पर मिलने वाला ब्याज Tax free होता है। आपको मिलने वाले ब्याज पर कोई टैक्स नहीं लगेगा, जबकि शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में आपको ब्याज पर भी टैक्स देना होता है.
इसलिए पीपीएस एक अच्छा निवेश विकल्प है। पीपीएफ में आप हर साल अधिकतम 150,000 रुपये निवेश कर सकते हैं, जिस पर आपको 80सी के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। वर्तमान में PPF में 7.1% दर से ब्याज मिलता है
कर बचत (Tax Savings): योगदान धारा 80सी के तहत कर कटौती के लिए योग्य है।
जोखिम-मुक्त विकास (Risk-Free Growth): सरकार समर्थित और चक्रवृद्धि ब्याज की पेशकश।
National Pension System (NPS)
एनपीएस भी एक अच्छा विकल्प है, इसमें आपको टैक्स में छूट के साथ एक निश्चित ब्याज दर पर ब्याज मिलता है। एनपीएस सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक योजना है जिसमें व्यक्ति रिटायरमेंट के लिए अच्छी खासी रकम इकट्ठा कर सकता है। यह एक tax saving scheme के साथ-साथ retirement saving scheme भी है, इसलिए यदि आप एक वेतनभोगी व्यक्ति हैं तो आपको एनपीएस में निवेश करना चाहिए।
एनपीएस एक पेंशन योजना है जो दीर्घकालिक सेवानिवृत्ति लाभ प्रदान करती है। प्रमुख लाभों में शामिल हैं:
कर लाभ (Tax Benefits): ₹2 लाख तक का योगदान धारा 80सी और 80सीसीडी के तहत कर कटौती के लिए योग्य है।
विविध निवेश विकल्प (Diverse Investment Options:): इक्विटी, कॉर्पोरेट बॉन्ड और सरकारी प्रतिभूतियों में से चुनें।
निष्कर्ष Conclusion
उपर्युक्त विकल्पों में से अपनी जानकारी और सुविधा के अनुसार किसी भी scheme में निवेश कर सकते हैं और आपको आय का कुछ प्रतिशत बचत करके निवेश करना चाहिए और निवेश किसी एक scheme में नहीं होना चाहिए बल्कि कई विकल्पों में विभाजित होना चाहिए ताकि जोखिम कम हो और अधिक रिटर्न मिलने की संभावना ज्यादा होगी, निवेश के साथ-साथ आपको हमेशा समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करनी चाहिए और सही विकल्पों में निवेश बढ़ाते रहना चाहिए ताकि अधिकतम रिटर्न मिल सके।
इस तरह अगर आप बचत और निवेश करेंगे तो आपको न सिर्फ ब्याज मिलेगा बल्कि आर्थिक सुरक्षा भी मिलेगी जिससे भविष्य में किसी भी तरह की दुविधा से निपट सकेंगे।
Best Investment Options in India for 2024
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